यमकेश्वर के आस पास रिजॉर्ट और होटल बनते जा रहे हैं, मूल निवासियों के लिए मुसीबत, स्थानीय निवासी कर रहे हैं अवैध रिजॉर्ट पर प्रशासन से जॉच कर कार्यवाही करने की मॉग

यमकेश्वर के आस पास रिजॉर्ट और होटल बनते जा रहे हैं, मूल निवासियों के लिए मुसीबत, स्थानीय निवासी कर रहे हैं अवैध रिजॉर्ट पर प्रशासन से जॉच कर कार्यवाही करने की मॉग
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यमकेश्वरः अंकिता भण्डारी के हत्याकाण्ड ने एक बार फिर यमकेश्वर को दहला दिया है। पिछले एक साल के अंतराल में यमकेश्वर में रिजॉर्ट के कारण जिस तरह से आपराधिक घटनायें बढी हैं, उन्होंने शांत घाटियों में रहने वाले प्रकृति प्रेमी और शांत लोगों को उग्र बनाने के लिए मजबूर कर दिया है। अंकिता भण्डारी के प्रकरण में जिस तरह से क्षेत्रीय आम जनमानस में आक्रोश था उन्होंने यह दिखा दिया कि यदि हमारे क्षेत्र में इस तरह की आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जायेगा तो उसका बुरा हश्र किया जायेगा।

यमकेश्वर क्षेत्र में हेंवल नदी के किनारे से लेकर, त्याड़ो और तालघाटी एवं डांडामण्डल में अनेकों रिर्साट बने हैं, अधिकांश रिसॉर्ट में तो जितनी जमीन क्रय की गयी है, उससे अधिक इनके द्वारा कब्जायी गयी है। यदि इन रिर्साट की जॉच की जाय तो अधिकांश रिर्जाट अवैध और क्रय की गयी भूमि से अधिक जमीन पर कब्जा किये हुए पायी जायेगी। इसी तरह से इन रिर्सार्टो द्वारा नियमों का पूर्ण लागू नहीं किया जाता है।

यमकेश्वर में जिस तरह से बाहरी प्रवासियों ने इन क्षेत्रों में पहले भूमि पर कब्जा किया और फिर यहॉ रहकर ही बेटियों की अस्मत पर हाथ डालने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं, ऐसे में मूल निवासियों के लिए अब यह रिसॉर्ट मुसीबत बनते जा रहे हैं। इन रिसॉर्ट के द्वारा मूल निवासियों के हक हुकूक पर भी कब्जा जमा लिया है, अक्सर देखने में आता है कि रिर्साट मालिकों के उपरी पहुॅच की धमकी को देखते हुए स्थानीय डर के कारण मौन हो जाते हैं। कई जगह गॉव जाने के रास्तों पर कब्जा कर लिया है, और रास्ते बंद कर दिये गये हैं। इनके द्वारा मिलीभगत से प्राकृतिक जल श्रोतों पर भी कब्जा कर लिया गया है। आये दिन यहॉ देखने में आता है कि इन रिसॉर्ट में आने वाले पर्यटकों के लिए अय्याशी के अड्डे बनते जा रहे हैं, यदि इन पर नियत्रंण नहीं लगाया गया तो अंकिता जैसी कई बेटियों को इनकी दुश्वारियों का सामना करते हुए जीवन लीला समाप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

यमकेश्वर में विगत पिछले नौ माह का घटनाक्रम पर नजर डाली जाय तो मार्च माह में मोहनचट्टी में एक रिसॉर्ट में स्थानीय निवासी संदीप राणा पर हमला कर घायल कर दिया था, वहीं उसके दो माह बाद यशपाल सिंह की हत्या कर दी गयी और फिर कुछ दिन बाद अवैध खनन के लिए जोगयाणा ग्राम सभा के प्रधान के पति पर बाहरी लोगों द्वारा हमला कर घायल कर दिया। इसके बाद ताजा प्रकरण अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड का सबके सामने है, यदि इन रिसॉर्टों की जॉच नहीं की गयी और नियन्त्रण नहीं लगाया गया तो शांत घाटियों में इनके द्वारा पूरा माहौल को अराजकता में तब्दील कर लिया जायेगा।
अतः उत्तराखण्ड सरकार सभी रिर्साट की जॉच करते हुए नियमों की अनदेखी करने वाले और अवैध रूप से चल रहे रिर्साट पर प्रशासनिक कार्यवाही करते हुए यूपी के तर्ज पर कार्यवाही कर स्थानीय निवासियों को उनका सुख चैन को बरकरार रखे।

Mankhi Ki Kalam se

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