विकासखंड यमकेश्वर के ताल घाटी को जोड़ने वाला एक मात्र सड़क मार्ग कांडाखाल खैराणा टूटने से स्थानीय निवासियों का जन जीवन पूर्णतः प्रभावित
यमकेश्वर : यमकेश्वर क्षेत्र की ताल घाटी क्षेत्र बरसात में पूरी तरह से सम्पर्क से कट जाता हैँ। बरसात के समय एक मात्र ताल घाटी का एक मात्र मोटर मार्ग कांडाखाल खैराणा मार्ग भारी बरसात के कारण पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने से टूट गया हैँ औऱ ताल घाटी का सम्पर्क पूरी तरह से कट गया हैँ।
स्थानीय निवासी संजू रावत, बचन बिष्ट मोहन सिंह बिष्ट आदि ने बताया की ताल_खैराना_मोटर_मार्ग बरसात के दिनों का एक मात्र संपर्क मार्ग हैँ। तालघाटी में पानी का जलस्तर बढ़ने से शुरुआत में ही कौड़िया विंध्यवासिनी ताल मार्ग टूट जाता है लोगों को ऋषिकेश पहुंचने तक काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासीयों का कहना हैँ की 10 किलोमीटर नदी नालों में पैदल चलकर ऋषिकेश का सफर तय करते थे। ऐसे में एकमात्र वैकल्पिक मार्ग ताल खैराणा मोटर मार्ग जो कांडाखाल होते हुए ऋषिकेश मिलता है इस रास्ते के खुलने से लोगो की मुश्किलें थोड़ा आसान हो जाती थी।लेकिन इस बार इस रोड की स्थिति बहुत क्षतिग्रस्त हो चुकी है ।लोगो को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है ।खाने पीने और बाजार से जरूरी सामान लेने के लिए 7,8 किलोमीटर पैदल खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है।किसी की तबियत खराब हो जाए तो वो हॉस्पिटल डॉक्टर तक पहुंचने से पहले जान को खतरा हो सकता हैँ। साथ ही राशन पानी दवाई आदि की बड़ी समस्या हो रही हैँ। यदि कोई बीमार हो गया तों उसे डंडी कंडी से पैदल चलकर कांडाखाल पहुँचाना बहुत मुश्किल हो जाता हैँ।
सम्पर्क मार्ग टूटने से दिवोगी, साइकिलवाड़ी, कंडरह, सहजादा, खैराणा तल्ला एवं मल्ला, सौलिवाला, घोरगड्डी, ताल बाँदनी, ताल घेरू, कोटा मल्ला, कोटा तल्ला, तलाई, दयावाला, उखलखेत, ससपुरी आदि आबादी पूरी तरह से प्रभावित हो गया हैँ। उन्होने प्रशासन से गुहार लगायी हैँ की जल्दी लोक निर्माण विभाग से जेसीबी लगाकर सड़क मार्ग खोल दिया जाय औऱ बरसात तक़ एक जेसीबी सड़क बनाने के लिए उपलब्ध करवाई जाय ताकि आपातकाल स्थिति में सड़क मार्ग को खोला जा सकें उक्त मार्ग का बरसात के दिनों में ठीक रहना बहुत आवश्यक है।