यमकेश्वर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मंदिर मे की थी पूजा अर्चना, आपदा के बाद की मंदिर के परिसर की भयावह तस्वीरें,

यमकेश्वर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मंदिर मे की थी पूजा अर्चना, आपदा के बाद की मंदिर के परिसर की भयावह तस्वीरें,
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यमकेश्वर : पिछले मई माह में जब उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक गॉव पंचुर आये और गुरू गोरखनाथ महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने से पूर्व उन्होंने यमकेश्वर महादेव मंदिर में लगभग आधा घंटा से अधिक समय तक पूजा अर्चना कर भगवान यमकेश्वर महादेव का आशीर्वाद लिया था और सबकी खुशहाली की कामना की थी।


यमकेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन सिद्ध पीठ में एक है, जिसके विषय में लोक एवं धार्मिक मान्यता है कि यहॉ पर भगवान शिवजी और यमराज के बीच युद्ध हुआ था जब यमराज पर भोलेनाथ हावी हो गये तो उन्होनें यहॉ पर भवगान की शिव की शरण लेकर उनकी पूजा अर्चना की, इस कारण इस क्षेत्र का नाम यमकेश्वर पड़ा, जबकि पूर्व में इस क्षेत्र को जमकेश्वर के नाम से जाना जाता था।

अभी कुछ समय पूर्व ही इस मंदिर का सुदृढीकरण एवं नवीनीकरण और सौन्दर्यकरण किया गया था। विगत 20 अगस्त की रात्रि को शतरूद्रा नदी के जामल गॉव से आगे पनियाली और भड़ेथ के मध्य बादल फटने के कारण शतरूद्रा नदी में आयी बाढ से यमकेश्वर महादेव के मंदिर का प्रागण और मुख्य द्वार बह गया, साथ ही यमकेश्वर इण्टर कॉलेज और ब्लॉक को जोड़ने वाली पुलिया भी ध्वस्त हो गयी है। यमकेश्वर में इस बार की आपदा केदारनाथ जैसी  आपदा की तरह भयावह है। आपदा के बाद की जो तस्वीरें देखने को मिल रही हैं, वह बहुत ही भयावह हैं।

यमकेश्वर ब्लॉक का आधा से ज्यादा भूभाग इस आपदा से प्रभावित हुआ है, हर गाड़ गदेरों की तस्वीरें बदली हुई नजर आ रही हैं, जगह जगह भूस्खलन होने के कारण पेयजल लाईनें बंद पड़ी हुई हैं, गॉव को जोड़ने वाली सभी सड़के अभी भी बंद हैं, विद्यालयों का पठन पाठन प्रभावित हुआ है, अभी यमकेश्वर की व्यवस्था को पटरी में आने में बहुत समय लग सकता है। यमकेश्वर विधायक एवं प्रशासन सभी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर आपदा पीड़ितों के मध्य उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं।

Mankhi Ki Kalam se

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