चारधाम में हुई बर्फबारी के बाद आज धूप खिलने पर दिखा अद्भुत नजारा, तीर्थयात्रियों ने कैमरे में कैद की तस्वीरें

चारधाम में हुई बर्फबारी के बाद आज धूप खिलने पर दिखा अद्भुत नजारा, तीर्थयात्रियों ने कैमरे में कैद की तस्वीरें
Spread the love

देहरादून। चारधाम में सोमवार को दोपहर बाद बर्फबारी हुई। मंगलवार को जब धूप खिली तो बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में अद्भुत नजारा दिखा। चारधाम में दर्शन को पहुंचे तीर्थयात्रियों में उत्साह बना हुआ है। जिससे यात्री ठंड की परवाह किए जमी बर्फ का लुत्फ उठाते दिखे। चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद 16 दिनों में 5.51 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधामों में दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में रोजाना बारिश व बर्फबारी के बावजूद दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। पर्यटन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को चारोंधाम में 46279 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसमें केदारनाथ धाम में 21014, बदरीनाथ धाम में 10025, गंगोत्री में 8453 और यमुनोत्री धाम में 6787 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

बदरीनाथ पहुंचीं दिल्ली की तीर्थयात्री प्रीती सिंह ने कहा कि उन्होंने पहली बार इतनी करीब से बर्फबारी होती देखी। बर्फबारी से बदरीनाथ केप्राकृतिक सौंदर्य में भी निखार आ गया है। बर्फबारी से धाम में पड़ रही ठंड को देखते हुए नगर पंचायत की ओर से जगह-जगह पर अलाव की वव्यवस्था कर दी गई है। सुहावने मौसम के बीच सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के लिए सुबह ही यात्री रवाना होने शुरू हो गए। आज केदारनाथ धाम में भी बीते दिनों की अपेक्षा यात्रियों की भीड़ अधिक रही। इस दौरान बाबा के दर्शन के लिए भी लाइन लगी है।

मौसम में सुधार के बाद यह पहला मौका है जब मंदिर परिसर शिव भक्तों से खचाखच भरा है। केदारनाथ में भक्तों को बर्फ, बारिश और तेज धूप से बचाने के लिए मंदिर परिसर में तिरपाल की रेन शेल्टर लगाई गई है। परिसर में भक्तों को कतारबद्ध करने के लिए स्टील की रेलिंग लगाई गई है, जिसके ऊपर से रेन शेल्टर लगाई गईं हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी सोमवार को बर्फबारी के बाद आज सुबह तीर्थयात्रियों भीड़ रही। आज गंगोत्री-यमुनोत्री धाम सहित जनपद मुख्यालय में सुबह बादल छाए थे। लेकिन दिन चढ़ने के साथ चटख धूप खिली है।

Mankhi Ki Kalam se

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *