आयुष्मान योजना में कई निजी अस्पताल कर रहे हैं गोलमाल, काशीपुर के अनमोल अस्पताल में 160 मामलों में पाई गई अनियमितताएं, सूचीबद्धता से निलंबित
देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने अस्पतालों की ओर से भुगतान के लिए भेजे गए दावों की जांच कर घपलों को पकड़ा है। आयुष्मान योजना के तहत कार्डधारक मरीजों के कैशलेस इलाज में सूचीबद्ध निजी अस्पताल गोलमाल कर रहे हैं। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने काशीपुर स्थित अनमोल अस्पताल के दावा बिलों में अनियमितता पाई है। अस्पताल के लगभग 160 से अधिक दावा बिलों का परीक्षण में करने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। योजना में मरीजों का सामान्य वार्ड में इलाज कर आईसीयू के बिल भेजे हैं। मरीजों को आईसीयू से सीधा डिस्चार्ज किया गया। साथ ही इलाज में आवश्यक पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट भी उपलब्ध नहीं है। इस पर अस्पताल को आयुष्मान की सूचीबद्धता से निलंबित किया गया है। साथ ही अस्पताल के बिलों की विशेष ऑडिट कराने के आदेश दिए हैं।
इसके अलावा अस्पताल का प्रदूषण प्रमाण पत्र मार्च 2022 में समाप्त पाया गया। ओपीडी के लिए आने वाले मरीजों को आईपीडी में दिखाया गया। प्राधिकरण ने शिकायतों की जांच करने के बाद अनमोल अस्पताल को सूचीबद्धता को निलंबित कर दिया है। अस्पताल ने अब तक 70 लाख से अधिक के क्लेम भेजे हैं। इनमें से 20 से अधिक मामलों की सात लाख से अधिक की राशि में अनियमितताओं के चलते उन्हें रद्द किया गया।
क्लेम के 140 से अधिक मामलों की 25 लाख से अधिक की राशि में अनियमितता के चलते स्पेशल ऑडिट के आदेश दिए हैं। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया ने कहा कि आयुष्मान योजना के इलाज में कई प्रकार की अनियमितता पर अनमोल हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा है कि अस्पताल की ओर से भेजे गए सभी क्लेम मामलों की विशेष ऑडिट कराई जाएगी। इसके बाद अस्पताल से रिकवरी की भी जाएगी। बता दें कि एक महीने के भीतर काशीपुर में चार निजी अस्पतालों के खिलाफ वित्तीय अनियमितता पर कार्रवाई की गई है।