यमकेश्वर के खेड़ा गाँव के द्वार पर बना नव निर्मित शहीद स्मारक हुआ बारिश में धराशयी, क्षेत्र पंचायत सदस्य ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
यमकेश्वर :यमकेश्वर के खेड़ा ग्राम सभा के मुख्य द्वार पर दुबड़ा गाँव के शहीद उम्मेद सिंह रावत के नाम से शहीद स्मारक का निर्माण किया गया था, जो आजकल हुई बरसात में धराशयी हो गया हैं। शहीद स्मारक में अंकित आंकड़ों के अनुसार यह कार्यदायी संस्था विकासखंड यमकेश्वर द्वारा एक लाख की धनराशि से बनाया गया था।
पूर्व सैनिक क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा सुदेश भट्ट ने यमकेश्वर विकास खंड के अंतर्गत चल रहे विकाश कार्यों को कटघरे में खड़ा करते हुये आरोप लगाया की आज की बेमौसमी बरसात ने अभी कुछ दिन पहले ही बने शहीद स्मारक प्रवेश द्वार जो कि खेड़ा में बनाया गया था हवा के झोंके से ही धराशयी हो गया पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट ने इस तरह के विकास को सैनिकों के नाम पर खिलवाड बताया और कहा कि यह जाँच का विषय है।
उन्होंने स्पष्ट बताया कि वो लगातार सदन में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं, लेकिन प्रशासन व यहाँ के शीर्ष नेतृत्व की मिलीभगत से आज क्षेत्र में घटिया निर्माण खूब फल फूल रहे हैं यदि निर्मांण कार्य किसी आम ठेकेदार का हो तो प्रशासन द्वारा उसे चक्कर कटाये जाते हैं, लेकिन जब इस तरह के घटिया निर्मांण होते हैं व उसमें शीर्ष नेता शामिल हों तो विभागीय कर्मचारी दवाब के चलते बिना सर्वे किये ही योजनाओं पर अंतिम मोहर लगा देते हैं और उसका नतीजा है कि इस तरह के घटिया निर्मांण हो रहा हैँ। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि यहाँ पर ज़िम्मेवार जन प्रतिनिधि ही ठेकेदारों की सूची में पंजीकृत हैं व परंपरागत ठेकेदारों के आगे आजीविका की समस्या खड़ी हो रही है।
उन्होंने कहा की मेरे द्वारा कई बार सदन की बीडीसी बैठक में भी इस सवाल को गंभीरता से उठाया कि कोई भी जन प्रतिनिधि अपने ही विभाग की ठेकेदारी कैसे कर सकता है लेकिन विकास खंड द्वारा हमेशा इस तरह के सवालों को नज़र अंदाज किया गया और उसी का ज्वलंत उदाहरण है कि बेमौसमी बरसात में शहीद स्मारक हवा के हल्के झोंके में ही धरासयी हो गया उन्होंने ईस घटिया निर्मांण पर गंभीर सवाल उठाते हुये यमकेश्वर के अंतर्गत हुये पिछले चार सालों से हुये तमाम विकास कार्यों की जाँच की माँग की।
इस सम्बन्ध में यमकेश्वर ब्लॉक प्रमुख से बात की गई तो उन्होंने कहा की इसका निरीक्षण कर घटिया निर्माण की जांच करवाई जायेगी।