उत्तराखंड

कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा नर्सिग कॉलेजों एवं स्कूलों का होगा सुदृढीकरण,

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देहरादूनः नर्सेज दिवस के अवसर पर स्टेट कॉलेज ऑफ नर्सिग, देहरादून में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होनें कहा कि राज्य में संचालित नर्सिग कॉलेजों एवं स्कूलों का सुदृढीकरण किया जायेगा। साथ ही उन्होंने स्टेट कॉलेज ऑफ नर्सिग एवं स्टेट स्कूल ऑफ नर्सिग के छात्रावास निर्माण, फैकल्टी के लिए आवास की व्यवस्था, व अन्य समस्याओं का समाधान किया जायेगा।

बेसिक बी0ए0सी0 नर्सिग, जी0एन0एम0 व ए0एन0एम0 में प्रवेश लेने वाल नये छात्र-छात्राओं की लैम्प लाईटिंग, एवं शपथ ग्रहण करवाया गया। संस्थान के  प्राचार्य  रामकुमार शर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को शपथ दिलायी।

वहीं आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव एवं महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा  ने सभी छात्र-छात्राओं और नर्सेज क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी कार्मिकों को फ्लोरेंस नाईंटेगटल के जन्म दिन के अवसर मनाये जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि नर्सेज प्रोफेसन एक नोबेल प्रोफेसन है, लेडी द लैम्प कहे जानी वाली फ्लोरेंस नाईंटेगटल ने अपना पूरा जीवन सेवा भाव में लगाया। उन्होनेंं कहा कि चिकित्सा क्षेत्र नर्सिग के बिना अधूरा है। उन्होने छात्र-छात्राओं को नर्सिग क्षेत्र को निस्वार्थ सेवा भाव बताया और सेवा करने का सबसे अच्छा अवसर बताया।

स्टेट कॉलेज ऑफ नर्सिग के प्राचार्य रामकुमार शर्मा ने संस्थान की उपलब्धि बताते हुए कहा कि राज्य का पहला नर्सिग कॉलेज है जहॉ नर्सिग क्षेत्र के सभी पाठ्यक्रमों का संचालन हो रहा है, यहॉ से अभी तक बेसिक बी0एस0सी0 नर्सिग, के आठ बैच, पोस्ट बेसिक बी0एस0सी0 नर्सिग के 10 बैच, एम0एस0सी0 नर्सिग के 07 बैच पास आउट हो चुके हैं, वहीं स्टेट स्कूल ऑफ नर्सिग के जी0एन0एम0 के 9 बैच व ए0एन0एम0 के 10 बैच पास आउट हो गये हैं।
वहीं संस्थान से पास आउट होने वाले छात्र-छात्राओं को नर्सिग क्षेत्र में रोजगार पर दृष्टि डाली जाय तो अभी तक देश के सभी प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे एम्स, पीजीआई, चण्डीगढ, सामुहिक स्वास्थ्य अधिकारी, मिलट्री नर्सिग, एवं राजकीय संस्थानों में ट्यूटर, असिटेण्ट प्रोफेसर के जैसे पदों पर चयन हुआ है। विगत 2018 के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम सीएचओ में भी यहॉ के विद्यार्थियों का शत प्रतिशत चयन हुआ और वह प्रशिक्षण लेने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवायें दे रहे हैं। संस्थान से विगत वर्ष 2020 में पास आउट होने वाले 50 से अधिक प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं का चयन एम्स भोपाल, गोरखपुर, दिल्ली, भुवनेश्वर, ऋषिकेश, एवं दिल्ली के विभिन्न सरकारी चिकित्सालयों एवं उत्तराखण्ड के राजकीय नर्सिग संस्थानों में फैकल्टी के रूप में चयनित होकर संस्थान का नाम रोशन किया है।


संस्थान में समय समय पर विद्यार्थियों के ज्ञान वर्धन के लिए राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के सेमीनारों एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता रहा है, एवं साथ ही समय समय पर संस्थान में सीएचओ का 06 माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन हो रहा है। पूर्व में जीएफएटीएम एवं एनएचएम के द्वारा भी संस्थान में प्रशिक्षण कार्यक्रम कराये जाते हैं, जिससे फैकल्टी एवं छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य एवं नर्सिग के क्षेत्र मेंं आधुनिक प्रशिक्षण मिलता है।
इस अवसर पर डॉ आशुतोष सयाना, अपर निदेशक, डॉ मनोज उप्रेती, मुख्य चिकित्साधिकारी, देहरादून, डॉ एच0के0 बंधु, सयुंक्त निदेशक, डॉ एम0के0 पंत संयुक्त निदेशक, डॅा ए0न0 सिन्हा, उपनिदेशक, मीनाक्षी जखमोला, नर्सिग एसोसिएशन की अध्यक्ष, एवं समस्त टीचिंग नॉन टीचिंग स्टाफ उपस्थित रहे।

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