बिस्कुट बनाने वाली कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों ने निकाला पैदल मार्च
हरिद्वार। सिडकुल में बिस्कुट बनाने वाली एक कंपनी से निकाले गए मजदूरों ने जिलाधिकारी कार्यालय से सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला। इसके बाद मजदूरों ने कर सहायक श्रम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों कहना है कि वर्ष 2006 से वह कंपनी में कर्मचारी थे। लेकिन कंपनी ने बीते वर्ष फरवरी माह में उत्पादन बंद कर दिया था। जिसके बाद वह बेरोजगार हो गए उन्होंने कहा कि उनकी उम्र भी अब 55 से 60 वर्ष हो गई है इस स्थिति में कोई भी कंपनी उनसे काम नहीं करा रही है। इस स्थिति में उनके बच्चों के सामने खाने-पीने बच्चों की फीस रोजमर्रा के कार्यों सहित सभी में परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि 15 दिन पहले उच्च न्यायालय ने भी सहायक श्रमिक हरिद्वार को निर्देशित किया था कि वह कर्मचारियों को कंपनी प्रबंधन से वार्ता कर समाधान निकालें।
इंकलाबी मजदूर केंद्र के जिला प्रभारी पंकज गाड़ी का कहना है कि सहायक श्रम आयुक्त ने कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। जिसके कारण उनके सामने परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि लिखित में कंपनी ने पांच दिन में बैठक कर हल निकालने के लिए मजदूरों के साथ वार्ता की थी। लेकिन सहायक श्रम आयुक्त के आश्वासन के बाद भी उन्हें कोई काम नहीं मिला है। इस दौरान सुनील बृजमोहन, बच्चा प्रसाद, महिपाल आदि मौजूद रहे।