उत्तराखंड पुलिस की ड्यूटी के लिए जारी हुए नए निर्देश, जानिए
देहरादून। आम तौर पर देखा जाता है कि कई पुलिस कर्मी वर्दी पहनने के साथ ही गले में रंगीन गमछा लटका लेते हैं। और मोबाइल हेड फोन या अन्य ब्लूटुथ डिवाइज गले में टांग कर चलते हैं। फील्ड कर्मियों के साथ ही कार्यालयों में तैनात पुलिस कर्मी भी सर्विस कैप पहनते हैं। अब पुलिस विभाग ने इसे पुलिस वर्दी के नियमों का उल्लघंन मानते हुए इस पर रोक लगा दी है।
पुलिस मुख्यालय से प्रदेश भर के पुलिस बल के लिए इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। पुलिस विभाग में पुलिस कर्मियों द्वारा पहने जाने वाली वर्दी के विषय में विशेष नियमावली बनाई गई है। मसलन किस तरह से वर्दी धारण करनी चाहिए। कैप या बेल्ट किस तरह से पुलिस कर्मियों को पहननी चाहिए। किस मौसम में कौन सी वर्दी पुलिस कर्मी धारण कर सकते हैं।
इन तरह के सभी नियमों का ध्यान रखने के लिए अक्सर पुलिस थानों और कार्यालयों के बाहर एक शीशा भी लगा होता है। जिसमें लिखा होता कि मेरी वर्दी ठीक है। और पुलिस कर्मी अधिकारियों के सामने जाने से पहले वर्दी को व्यवस्थित भी करते हैं, लेकिन अक्सर देखा गया है कि कुछ पुलिस कर्मी वर्दी के ऊपर कंधे में रंगीन गमछा डाल देते हैं।
कुछ कंधे में ब्लूटुथ डालकर चलते हैं। फील्ड में तैनात पुलिस कर्मियों को धूप से बचने के लिए नीले रंग की पी कैप दी गई है, लेकिन इस कैप को पुलिस कार्यालयों में बैठने वाले पुलिस कर्मी भी इस्तेमाल करते हैं, जो प्रतिबंधित है। महिला पुलिस कर्मियों द्वारा भी निर्धारित वर्दी धारण नहीं की जाती। जिसे पुलिस के उच्च अधिकारियों ने वर्दी के नियमों के विपरीत माना है। पुलिस कर्मी सही ढंग से वर्दी के नियमों का पालन करें।
इसके लिए पुलिस महानिरीक्षक, मुख्यालय, देहरादून ने प्रदेश के सभी जिलों के एसएसपी, पीएसी, एटीएस और आईआरबी के अधिकारियों को पत्र भेजकर वर्दी नियमों का पालन कराने का आदेश पारित किया है। और वर्दी के साथ गमछा डालने, ब्लूटूथ लटकाने या कैप का कार्यालयों में बैठकर इस्तेमाल करने को मना किया गया है।