बद्री-केदार यात्रा में प्रतिदिन यात्रियों की संख्या के साथ ही वाहनों की संख्या में भी हो रहा इजाफा, घंटों लग रहा जाम
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा में घंटों जाम लग रहा है। इससे निजात पाने के लिए जिला प्रशासन ने शासन को ऋषिकेश से सीमित संख्या में ही बद्री-केदार के लिए यात्री भेजने की बात कही है। गौरीकुंड राजमार्ग पर गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक महज 35 किमी की दूरी तय करने में यात्रियों को चार से पांच घंटे लग रहे हैं। बद्री-केदार यात्रा में पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन यात्रियों की संख्या के साथ ही वाहनों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। स्थिति यह है कि ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर श्रीनगर से रुद्रप्रयाग के बीच आए दिन कई जगहों पर 15 से 20 मिनट का जाम लग रहा है।
वहीं, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में मुख्य बाजार से लेकर जवाड़ी बाईपास, केदारनाथ तिराहा तक वाहनों का जमावड़ा लग रहा है लेकिन रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक जाम से यात्री परेशान हैं। यहां दिनभर में कम से कम छह से आठ घंटे जाम की स्थिति बनी है। गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक 35 किमी की दूरी तय करने में यात्रियों को चार से पांच घंटे लग रहे हैं। सुबह चार से छह बजे के बीच हालात ठीक हैं लेकिन इसके बाद स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है। सुबह दस बजे बाद यहां डबल लेन हाईवे पर दो तरफा दो-दो लेन में वाहन खड़े हो रहे हैं जिससे जाम लग रहा है। इन हालातों में जाम में फंसे यात्रियों को पानी, चाय के लिए भी तरसना पड़ रहा है।
श्रीकेदार होटल एसोसिएशन के सचिव नितिन जमलोकी, व्यापार संघ के अध्यक्ष अंकित गैरोला का कहना है कि ऑलवेदर रोड परियोजना में रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर कई जगह पर्याप्त कटिंग नहीं हुई है जिससे जाम की स्थिति बन रही है। साथ ही प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन बढ़ रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों को भी दिक्कत हो रही है।रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक सिर्फ तीन पार्किंग हैं जिसमें गुप्तकाशी में छोटे वाहनों की पार्किंग है। सीतापुर में बड़े वाहन और सोनप्रयाग में छोटे व दुपहिया वाहनों की पार्किंग है लेकिन जिस तरह से यात्रा में वाहन पहुंच रहे हैं ये सभी इंतजाम नाकाफी हैं।
पिछले कुछ दिनों से उम्मीद से अधिक यात्री पहुंच रहे हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी है। इस संबंध में शासन को भी अवगत करा दिया गया है। इस समस्या से निजात पाने के लिए अब ऋषिकेश से ही सीमित संख्या में बद्री-केदार यात्रा के लिए वाहन छोड़ने की बात कही गई है। अगर, यह व्यवस्था होती है तो इससे जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी।