अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह का शुभारम्भ
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में अन्तर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह का शुभारम्भ किया गया। इस दौरान संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर( डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में नर्सों की विशेष भूमिका होती है और बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना नर्सिंग स्टाफ की पहली प्राथमिकता है।
नर्सिंग सप्ताह के शुभारम्भ कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने नर्सिंग सेवा को टीम वर्क से की जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण सेवा बताया। संस्थान द्वारा इस वर्ष ’ अवर नर्सेज, अवर फ्यूचर’ थीम पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन एम्स कैम्पस में पौधरोपण से किया गया। इस मौके पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के नेतृत्व में संकाय सदस्यों और नर्सिंग अधिकारियों ने लीची, चीकू तथा आम आदि फलदार प्रजाति के पौधे रोपे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में नर्सों की सेवाओं का विशेष महत्व होता है। रोगियों की देखभाल करना, उनकी परेशानियों को समझना और उनका जीवन बचाने के लिए नर्सों का अथक प्रयास उनके बेेहतर ज्ञान का ही प्रमाण है।
कार्यक्रम को डीन एकेडेमिक्स प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल और नर्सिंग काॅलेज की प्रिंसिपल प्रो. स्मृति अरोड़ा ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने नर्सिंग सप्ताह पर प्रकाश डालते हुए कहा कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म दिवस 12 मई के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग डे और इस सप्ताह को नर्सिंग सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा ने कहा कि नर्सें अपने परिवार को संभालने के साथ-साथ दिन-रात मरीजों की सेवा कर अस्पताल में संस्थान की रीढ़ की हड्डी की तरह अपनी विशेष जिम्मेदारी निभाती हैं।
इस अवसर पर अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किए गए कार्यक्रमों के दौरान ’अवर नर्सेज, अवर फ्यूचर’ विषय पर पोस्टर और फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजित का गया। जबकि स्कूल एजुकेशन इवेंट के तहत योगेन्द्रा पब्लिक स्कूल आवास विकास क्षेत्र ऋषिकेश, एमआईटी ढालवाला और डीएसबी स्कूल गुमानीवाला में गुड टच, बेड टच, बीएलएस और फोन एडिक्शन विषय पर हेल्थ एजुकेशन और प्रशिक्षण से संबन्धित कार्यशालाएं आयोजित की गईं। उक्त स्थानों पर आयोजित हुए कार्यक्रमों के दौरान समस्त डीएनएस, एएनएस, एसएनओ और नर्सिग ऑफिसर शामिल थे।