नैनीताल। लगातार तीन दिन अवकाश के चलते इस बार सुपर वीकेंड पर नैनीताल में पर्यटकों का सैलाब उमड़ पड़ा और वाहनों की पार्किंग के इंतजाम भी कम पड़ गए। दोपहर बाद शहर से आठ किलोमीटर की दूरी पर हल्द्वानी रोड में रूसी बाईपास व कालाढूंगी रोड पर नारायण नगर में पर्यटक वाहनों को रोका गया। वाहनों की संख्या बढ़ी तो बाईपास में वाहनों की लंबी कतार लग गई और पुलिस प्रशासन के पुख्ता इंतजाम के दावे ध्वस्त हो गए। शुक्रवार सुबह से ही नैनीताल में पर्यटक वाहनों का पहुंचना शुरू हो गया था। यह सिलसिला दोपहर बाद तक जारी रहा। वाहनों की भीड़ के कारण शहर में पार्किंग भी पैक हो गई। इसके चलते दोपहर बाद पुलिस ने नारायणनगर व रूसी बाईपास पर पर्यटक वाहनों को रोकना आरंभ कर दिया।
रूसी बाईपास में करीब एक किमी दायरे में वाहनों की लंबी कतार लगी रही जबकि नारायणनगर से खुर्पाताल तक सड़क किनारे वाहनों को पार्क किया गया। एक अनुमान के अनुसार शहर में एक दिन में दो हजार से अधिक वाहनों की एंट्री हुई। शहर सहित आसपास के पर्यटन स्थलों में स्थित होटल-रिसार्ट व गेस्ट हाउस पूरी तरह पैक हो गए। इस बीच शहर में यातायात व्यवस्था पूरे दिन लड़खड़ाती रही। इसके बाद एसएसपी पंकज भट्ट के निर्देश पर पुलिस अधिकारी यातायात व्यवस्थित करने के लिए सड़क पर उतरे। शाम तक यहां की सड़कों पर वाहन रेंगते रहे। एसएसपी ने बताया कि रूसी बाइपास व नारायण नगर में पुलिस लाइन से दस-दस अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। दिसंबर के बाद इस सीजन में पहली बार चिड़ियाघर व केव गार्डन में रिकार्ड संख्या में पर्यटक पहुंचे।
शुक्रवार को अकेले केव गार्डन में डेढ़ हजार से अधिक पर्यटक पहुंचे, जो इस सीजन में सर्वाधिक हैं। वन क्षेत्राधिकारी अजय रावत के अनुसार चिड़ियाघर में 1127, वाटर फाल में 912 जबकि बाटनिकल गार्डन में करीब तीन सौ पर्यटक पहुंचे।केएमवीएन के रोपवे प्रभारी शिवम शर्मा के अनुसार करीब छह सौ पर्यटकों ने रोपवे की सैर की। उन्होंने कहा कि शहर में जाम की वजह से कई पर्यटकों को बुकिंग निरस्त करनी पड़ी तो उन्हें टिकट का मूल्य रिफंड करना पड़ा।शहर में पर्यटकों की भीड़ उमड़ी तो होटल-रेस्टोरेंट के अलावा अन्य कारोबार भी चल पड़ा। नैनी झील में नौकायन के लिए पर्यटकों का तांता लगा रहा तो पंत पार्क सहित तिब्बती और भोटिया व बड़ा बाजार के अलावा कालाढूंगी, भवाली व हल्द्वानी रोड पर सड़कों के किनारे फड़ खोखों-मैगी प्वाइंट व फूड वैन में खूब बिक्री हुई।
भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में अचानक पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो जाने के कारण व्यवस्थाएं चरमरा गईं। लोगों को रहने के लिए होटल में कमरे नहीं मिले, वहीं क्षेत्र के रेस्टोरेंट भी फुल रहे। भीमताल बाईपास, भीमताल हल्द्वानी, भीमताल भवाली, भीमताल के डांठ से लेकर नौकुचियाताल, सभी मोटर मार्गों पर जाम के चलते वाहन घंटों तक फंसे रहे। स्थानीय पुलिस के सिपाही जाम खुलवाने के लिए डटे तो थे लेकिन पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण अव्यवस्था हावी रही। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता नितेश बिष्ट, ममता बिष्ट, विनोद पांडे ने बताया कि पूर्व से ही शुक्रवार, शनिवार और रविवार के दिन अवकाश होने की जानकारी होने और रिकार्ड संख्या में वाहनों के नगर में प्रवेश करने के बावजूद जिला प्रशासन ने प्री प्लानिंग के तहत कोई सटीक व्यवस्था नहीं की।