महिला आयोग ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में ” निर्भय भारत – सशक्त नारी” कार्यक्रम के माध्यम महिलाओं को किया जागरूक

महिला आयोग ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में ” निर्भय भारत – सशक्त नारी” कार्यक्रम के माध्यम महिलाओं को किया जागरूक
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आज उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग ने राष्ट्रीय महिला आयोग के सौजन्य से आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में निर्भय भारत सशक्त नारी थीम पर देहरादून के होटल मीनाक्षी गार्डन में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल के नेतृत्व में एक दिवसीय महिला सशक्तिकरण हेतु कानूनी व वित्तीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

 

इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अथिति रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने शिरकत की। इस दौरान कार्यक्रम की शुरुआत संस्कृति विभाग की टीम संगम के द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुई।

 

कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण हेतु कानूनी एवं वित्तीय जागरूकता को लेकर विभिन्न क्षेत्रों से विशेषज्ञ उपस्थित रहे। जिसमे की जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून के सचिव न्यायधीश हर्ष यादव, उज्जवल शिखर जन कल्याण समिति देहरादून से श्री विनय गुप्ता, शासकीय अधिवक्ता सुश्री जया ठाकुर एवं बाल विकास विभाग तथा महिला सशक्तिकरण विभाग से अन्य वक्ता गण उपस्थित रहे।

 

कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि विधायक रायपुर देहरादून श्री उमेश शर्मा काऊ ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में आयोजित निर्भय भारत सशक्त नारी कार्यक्रम में पहुंचे सभी बहनों का अभिनंदन करते हुए शुभकामनाएं दी और उन्होंने कहा कि यदि हम सभी बहने संगठित रहेंगे और अपने अधिकार के लिए अपने हक के लिए लड़ें तो निश्चित रूप से ही निर्भय भारत सशक्त नारी के इस नारे को सार्थक कर पाएंगे। हम बहनों को निर्भय होकर काम करते हुए एक दूसरे को सशक्त करना है। उन्होंने कहा कि आज देश व राज्य में महिलाएं को विभिन्न श्रेष्ठतम पदों में विद्यमान है कार्य कर रही है और देश व राज्य का नाम रोशन कर रही है। उन्होंने कहा कि आज महिला आयोग बहनों की चिंता करते हुए उन्हें जागरूक करने का काम कर रहा है यह बहुत ही सराहनीय कार्य है इस के लिए राज्य महिला आयोग की पूरी टीम बधाई की पात्र है।

वहीं कार्यक्रम में महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि महिला आयोग हमेशा ही महिला सशक्तिकरण को लेकर तत्परता से काम करता है।

उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को भी जागरूक किया जा सके इसलिए आयोग द्वारा लगातार ग्रामीण क्षेत्रों के साथ महानगरों में भी धरातल पर उतर कर महिलाओं को उनके अधिकारों व कानूनी तथा वित्तीय जागरूकता के प्रयास किए जा रहे हैं। जैसे कि समाज मे महिलाओं की राजनैतिक भागीदारी व नेतृत्व बढ़ें, महिलाओं को घर के भीतर और बाहर दोनों जगह निर्णय लेने की स्वतंत्रता के साथ अवसरों संसाधनों और विकल्पों तक उनकी पहुंच को सुनिश्चित किया जा सके, महिलाओं की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए। उन्होंने कहा कि आज माननीय प्रधानमंत्री व माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में महिलाओं को विशेष स्थान दिया जा रहा है तथा महिलाओं को सशक्त करने के लिए विभिन्न योजनाओं के साथ सरकार काम कर रही है जिनकी समय समय पर महिला आयोग विभिन्न जिलों में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठकों के माध्यम से समीक्षा करता रहता है। साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में पहुंची महिलाओं से अपनी संस्कृति व संस्कारों के साथ परिवारों को जोड़े रखने की अपील भी की।

 

वक्ता के रूप में विशेषज्ञों के क्रम में विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून के सचिव न्यायधीश हर्ष यादव ने महिलाओं से सम्बंधित कानूनी अधिकारों की जानकारी दी, विनय गुप्ता ने महिलाओं को वित्तीय साक्षरता पर जानकरीं प्रदान करते हुए उन्हें छोटे बजट इकट्ठे करना, बचत के साथ रोजगार शुरू करना व बैंक के सहयोग से स्वयं को सशक्त बनाने सम्बंधित जानकरीं उपलब्ध कराई तथा शासकीय अधिवक्ता सुश्री जाया ठाकुर ने महिलाओं को निर्भय होकर जीने, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण किस प्रकार हो इस संबंध में जानकारी प्रदान की साथ ही वही कार्यक्रम में पहुंची महिला सशक्तिकरण में बाल विकास विभाग की अधिकारियों ने विभाग की योजनाओं की जानकारी महिलाओं को दी।

 

कार्यक्रम का संचालन महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता द्वारा किया गया।

 

इस अवसर पर लॉ कॉलेज की छात्राओं व आंगनबाड़ी की बहनों द्वारा महिला सशक्तिकरण सम्बन्धित कविताएं भी सुनाई गयी।

 

कार्यक्रम में मीना बिष्ट, अंजना गुप्ता, दयाराम सिंह, अर्चना बागड़ी, अनुराधा वालिया, पुष्पा बर्थवाल, शोभा रावत, अंजू ध्यानी, सुषमा कुकरेती, डॉ दिव्या नेगी घई व विभिन्न विभागों की महिला कर्मचारी, आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, ग्राम प्रधान, वार्ड मेम्बर व महिला आयोग के समस्त कर्मचारी सहित सामाजिक कार्य कर रही महिलाए उपस्थित रही।

Mankhi Ki Kalam se

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