फॉरेंसिक टीम के साथ वनंत्रा रिजॉर्ट पहुंची SIT, CM बोले- सबूत सुरक्षित
अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच एसआईटी ने अपने तरीके से शुरू कर दी है. फॉरेंसिक टीम वनंत्रा रिजॉर्ट पहुंच चुकी है. यहां पर फॉरेंसिक टीम सबूत इकट्ठा करेगी. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिर दोहराया है कि इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. वनंत्रा रिजॉर्ट में सभी सबूत सुरक्षित हैं.
देहरादून। सहसपुर में नदी पर बने टापू पर कुछ लोग फंस गए, जिसकी सूचना आपदा कंट्रोल रूम देहरादून द्वारा SDRF को दी गई, सूचना देते हुए आपदा कंट्रोल रुम ने SDRF ने कहा, कि सहसपुर की एक बरसाती नदी में अतिवृष्टि से जलस्तर अत्यधिक बढ़ गया है, जिस कारण नदी में बने टापू पर कुछ लोग फंस गए है। जो वहां से निकलने में असमर्थ है।
उक्त घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व से ही अलर्ट SDRF टीमें सहस्त्रधारा व डाकपत्थर से त्वरित रेस्क्यू हेतु रेस्क्यू उपकरणों के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हुई।
बख्शे नहीं जाएंगे दोषी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने कहा है कि अंकिता भंडारी उत्तराखंड की बेटी है. इस मामले में शासन प्रशासन की ओर से कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. वनंत्रा रिजॉर्ट में सभी सबूत सुरक्षित हैं. उन्होंने डीआईजी लेवल के अधिकारियों की एसआईटी गठित की है. उनको विश्वास है कि एसआईटी इस मामले में जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. इसके बाद पुलिस दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम करेगी.
बख्शे नहीं जाएंगे अंकिता के दोषी- CM
बता दें, पूरे मामले की जांच अब एसआईटी कर रही है. तीन दिन पूर्व जेसीबी से रिजॉर्ट के मुख्य भाग और अंकिता के कमरे को किसी अज्ञात ने तोड़ दिया था, जिससे कमरे में मिलने वाले साक्ष्य नष्ट हो गए ऐसा कहा गया. आज एसआईटी बारीकी से जांच करेगी. इस पूरे मामले में पटवारी की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है. घटना के बाद से पटवारी छुट्टी पर है. उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है. स्थानीय लोग पटवारी और आरोपियों की मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं.
रिजॉर्ट में छिपा है अंकिता की हत्या का राज: दरअसल अंकिता भंडारी बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के इसी वनंत्रा रिजॉर्ट में काम करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. आरोप है कि रिजॉर्ट में गलत गतिविधियां होती थीं. अंकिता पर भी जब गलत गतिविधियों में शामिल होने का दबाव डाला गया तो उसने विरोध किया. इसलिए पुलकित ने उसे रास्ते से हटा दिया.