यमकेश्वर में वर्ष 2014 की आपदा के घाव फिर हुए हरे, आपदा से प्रभावित है पूरा क्षेत्र, जिला प्रशासन ने की आपदा प्रभावित क्षेत्रों की सूची जारी

यमकेश्वर में वर्ष 2014 की आपदा के घाव फिर हुए हरे, आपदा से प्रभावित है पूरा क्षेत्र, जिला प्रशासन ने की आपदा प्रभावित क्षेत्रों की सूची जारी
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यमकेश्वरः यमकेश्वर में वर्ष 16 अगस्त 2014 की आपदा के घाव अभी भरे नहीं थे कि 08 साल 04 दिन बाद फिर बादल फटने से यमकेश्वर के हालात वैसे ही हो गये हैं। इस बार यमकेश्वर में पुनः बादल फटने से जगह जगह नुकसान होने की खबरे मिल रहीं हैं। यमकेश्वर मेंं आपदा से प्रभावित गॉव और वहॉ आपदा से घटित घटनाओं की सूची जारी की है।
    जिला प्रशासन द्वारा जारी सूची के अनुसार यमकेश्वर के विनक गॉव में एक वृद्ध महिला दर्शनी देवी की दीवार गिरने से मृत्यु हो गयी है। वहीं जो गॉव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, उनमें ग्राम विनक, ग्राम आवई, ग्राम पम्बा वल्ला,ग्राम मराल, ग्राम दिवोगी, ग्राम बैरागढ, ग्राम ढुंगा, ग्राम महेड़, ग्राम काण्डई, ग्राम पटना, ग्राम उमरोली, ग्राम विथ्याणी, ग्राम बडोली बड़ी आदि स्थानों पर आपदा की घटना की पुष्टि की है।     वहीं स्थानीय निवासियों की पशु हानि हुई है जिसमें ग्राम दिवोगी, 01 भैंस की मृत्यु, ग्राम काण्डई में 01 गाय की मृत्यु, ग्राम मराल में 02 गायों की मृत्यु, ग्राम बडोली बडी में दीवार के मलवे में 01 गाय, और बैल दब गये हैं।
   वहीं आपदा के कारण आवासीय भवन जो क्षतिग्रस्त हुए जिनमें ग्राम आवई में 01 भवन,ग्राम पम्बा वल्ला में 03 भवन, ग्राम बैरागढ में 03 भवन, ग्राम बूंगा, में 05 भवन और ग्राम विनक में 01 भवन क्षतिग्रस्त हुआ है।  वहीं निजी सम्पत्ति जिसमें गौशाला या शौचालय क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसमें से ग्राम महेड़ा में 03 गौशाला क्षतिग्रस्त,ग्राम मराल, 01 चक्की, ग्राम पटना 01 शौचालय,ग्राम बूंगा में 01 शौचालय ग्राम बैरागढ,03 वाहनों की क्षति, ग्राम उमरोली में 02 आवासीय भवनों में मलवा आ गया है।  ग्राम बिथ्याणी में 01 गौशाला क्षतिग्रस्त, गा्रम बड़ोली में 01 गौशाला  व 01 शौचालय क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं कई जगह पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हो गयी हैं, मराल, उमरोली, की पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हुई, वही उमरोली में पेयजल टैंक व बडोली में मंदिर क्षतिग्रस्त होने की खबर है। वहीं ग्राम मराल में  लगभग 40 नाली कृषि भूमि क्षतिग्रस्त है।
  वहीं आपदा के कारण सड़के अवरूद्ध हो गयी हैं, जिनमें से नालीखाल, भरपूर-पठोला, मोटर मार्ग, किमसार धारकोट मार्ग, स्याळनी स्यालकण्डी मोटर मार्ग, डांडामंण्डी बल्ली मोटर मार्ग  गूम पोखटा मोटर मार्ग, जाखणीखाल- अमोला मोटर मार्ग, स्व जगमोहन सिंह नेगी मोटर मार्ग (एन0एच0-06) मोटर मार्ग  यातायात हेतु अवरूद्ध, नालीखाल बनचूरी-नैल, कपोल काटल, मोटर मार्ग किमी0 46 व 47 में भारी मलवा आने के कारण अवरूद्ध हैं। यमकेश्वर लिंग मोटर मार्ग किमी 01,02 व 03 एवं 05 में यातायात हेतु अवरूद्ध है। ठांगर से गाजसेरा मोटर मार्ग के किमी 02 एवं 03 में यातायात हेतु अवरूद्ध है। वहीं  घट्टू गाड़ सिलोगी चैलूसेण- गुमखाल, ढेरियाखाल बीरोंखाल मार्ग को खोले जाने हेतु जेसीबी मशीन लगायी गयी है।
      इसके अतिरिक्त अन्य जगह भी भवन व वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसमें बुकण्डी में सतेश्वर प्रसाद जोशी का पुराना मकान क्षतिग्रस्त हुआ है, वहीं बुकण्डी के कृपाल सिंह चौधरी के घर के समीप पहाड़ भूस्खलन होने से घर का प्रागंण क्षतिग्रस्त होने की खबर है। साथ ही ग्राम मल्ला बणास के ताल शहजादा में रणवीर सिंह बिष्ट की गौशाला और भारस िंसह बिष्ट का मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है।  वहीं बुकण्डी में दो वाहनों के मलवे में दबने की सूचना है। जिसमें ग्राम दिवोगी के साईकिलवाड़ी में पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हो गयी है, जिस कारण पानी आपूर्तित नहीं हो पा रहा है।  साथ ही धारकोट जुलेड़ी मोटर मार्ग पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गया है, साथ ही काण्डाखाल ताल खैराणा मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त है।

Mankhi Ki Kalam se

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