यमकेश्वर : कांवड़ मेला क्षेत्र को यातायात और सुरक्षा के लिहाज से 6 जोन और 21 सेक्टर में बांटा
पौड़ी। पौड़ी जिले के नीलकंठ में कांवड़ मेले की शुरुआत हो गई। कोराना काल के बाद कांवड़ मेले में इस बार श्रद्धालुओं की तादाद भी बढ़ने की उम्मीद है। पौड़ी के एसएसपी ने नीलकंठ में डेरा डालते हुए यहां मेले की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया है। मेला क्षेत्र को यातायात और सुरक्षा के लिहाज से 6 जोन और 21 सेक्टर में बांट दिया गया है। नीलकंठ मेले में जिले को अन्य जिलों से भी फोर्स मिला है। मेला क्षेत्र के जोन में सीओ स्तर के अफसर तैनात रहेंगे। इसके लिए दो सीओ जिले को बाहर से दिए गए हैं।
मेला क्षेत्र में एक सुपर जोन बनाते हुए अपर पुलिस अधीक्षक की तैनाती की गई है। मेले में पार्किंग और यातायात व्यस्था का जायजा एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चौहान ने लिया है। एसएसपी बीते दो दिनों से मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं को देख रहे है। कांवड़ मेले को शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए जिले से सभी थानों का फोर्स पहले ही नीलकंठ भेज दिया गया था। एसएसपी ने मेला क्षेत्र में तैनात सभी अफसरों और जवानों को रूट से लेकर यातायात व्यवस्था को लेकर दिशा-निर्देश दिए है। एसएसपी ने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की पेरशानी न हो और मेला शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो यह प्राथमिकता रहेगी। हरिद्वार और देहरादून जिलों से भी आपसी समन्वय स्थापित किया जाएगा ताकि ऋषिकेश आदि स्थानों पर बनी पार्किंग आदि का इस्तेमाल मेले के मद्देनजर हो सके।
नीलकंठ कांवड़ मेला क्षेत्र के बैरियर पार्किंग, ड्यूटी प्वाइंटों और स्नान घाट आदि महत्वपूर्ण स्थानों का एसएसपी ने निरीक्षण कर यहां तैनात पुलिस बल व्यवस्थाओं को लेकर सख्त निर्देश दिए है। एसएसपी ने कहा कि ड्यूटी के दौरान किसी तरह की कोताही न बरती जाए। मेला क्षेत्र में जो जिम्मेदारी दी गई उसका निर्वहन किया जाए,ताकि नीलकंठ महादेव यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो और वह अपने गंत्वय को प्रस्थान कर सके। मेला क्षेत्र में कंट्रोल रूम को स्थापित किया गया है जिस पर महत्वपूर्ण सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है।