ACCON Dehradun Institute के छात्र-छात्राओं ने लहराया नॉरसेट की परीक्षा में परचम, देश के प्रमुख एम्स संस्थानों में होगा नर्सिग ऑफिसर के रूप में चयन
देहरादून। देश के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में एम्स का नाम सर्वप्रथम आता है, हर एक नर्सिग छात्र का सपना होता है कि उसको एम्स में कार्य करने का मौका मिले। एम्स में नर्सिग ऑफिसर के लिए साल भर में दो बार परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिसमें देश भर के नर्सिग डिग्री धारक और डिप्लोमा धारक इस महत्वपूर्ण परीक्षा में प्रतिभाग करते हैं। एम्स के लिए होने वाली नॉरसेट की परीक्षा में प्रारम्भिक और उसके बाद मुख्य परीक्षा होती है, जिसके बाद रैंक के अनुसार उन्हें एम्स में नर्सिग ऑफिसर के रूप में ज्वाइनिंग मिलती है।
उत्तराखण्ड के युवाओं में नर्सिग में कैरियर बनाने का क्रेज बढा है। प्रदेश में लगभग 45 नर्सिग संस्थानों में नर्सिग की पढाई हो रही है। नर्सिग करने के बाद छात्र-छात्राओं को दिल्ली जैसे महानगरों में कोचिंग के लिए जाना पड़ता था, लेकिन पिछले दो सालों से देहरादून में । ACCON Dehradun Institute के खुलने से छात्र-छात्राओं को काफी लाभ मिला। । ACCON Dehradun Institute प्रिंस चौक देहरादून के संचालक मोहित भट्ट ने बताया कि हमारा प्रयास उत्तराखण्ड के नर्सिग के प्रतिभावान डिग्रीधारियों को उनका सपना एम्म जैसे संस्थानों में नौकरी पाने को पूरा करना है। उन्होंने बताया कि इस साल हमारे यहॉ से पढने वाली छात्राओं ने ऑल इण्डिया में टॉप रैंक पायी है। लक्ष्मी राणा निवासी यमकेश्वर ने 95 वीं रैक हासिल कर हम सबका मान बढाया है। वहीं अनिकेता ने 1800 रैंक नीलम रावत 1082 रैंक सहित 22 ACON Dehradun Institute प्रतिभावान छात्र-छात्राओं ने नॉरसेट परीक्षा में अपना परचम लहराया है।
उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास रहता कि उत्तराखण्ड के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र के नर्सिग छात्र-छात्राओं को सुलभ कोचिंग देकर उनको आगे बढाना है। हमारे द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को निशुल्क कोचिंग देकर उनके सपनों को पूरा करना है। आज उत्तराखण्ड में नर्सिग करने वाली छात्र-छात्राओं के मेहनत को देखते हुए देश के अन्य राज्यों में एवं अन्य प्राईवेट कॉलेजों तथा अस्पतालों मे भारी मॉग हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड राज्य के नर्सिग छात्र-छात्राओं के कैरियर को आगे मजबूती से बढाना है ताकि यहॉ के छात्र-छात्राओं को नर्सिग क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरणा मिल सके और उत्तराखण्ड एवं देश का नाम रोशन कर सके।