वफादारी की मिसाल- मालिक की मौत, 4 महीने से मॉर्चरी के बाहर इंतजार कर रहा कुत्ता

वफादारी की मिसाल- मालिक की मौत, 4 महीने से मॉर्चरी के बाहर इंतजार कर रहा कुत्ता
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केरल। कुत्तों की वफादारी के हजारों किस्से मशहूर हैं जापान के हैचिको नाम का कुत्ता अपने मालिक का  9 साल इंतजार करता है। इंतजार करते-करते ही उसका जीवन बीत गया और एक दिन मर गया। बाद में उस कुत्ते की स्टैच्यू भी लगवाई गई ऐसा ही एक मामला केरल के कोझिकोड में सामने आया है। एक कुत्ता बीते कई दिनों से कन्नूर के अस्पताल में शवगृह के बाहर इंतजार करता रहता है। उसे इंतजार करते हुए चार महीने बीत चुके हैं। हालांकि लोगों को नहीं पता है कि उसका दोस्त कौन था जो कि मर गया है और कुत्ता अब भी इंतजार कर रहा है।

अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उन्हें पता नहीं है कि कुत्ते का मालिक कौन था। हालांकि अंदाजा लगाया जाता है कि उसका मालिक अस्पताल में मरने वाला कोई मरीज ही रहा होगा। कुत्ते ने शव को मॉर्चरी में ले जाते हुए देखा होगा। सबसे पहले अस्पताल के अटेंडेंट राजेश कुमार के ने कुत्ते पर ध्यान दिया। चार महीने से वह शवगृह के बाहर बने रैंप पर ही लेटा रहता था।

राजेश ने कहा, पहले तो हमने कुत्ते पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब देखा कि वह रोज ही वहीं रहता है तो उसे नोटिस करना शुरू किया। जब आसपास के लोगों  पूछा गया तो पता चला कि वह एक मरीज के साथ ही अस्पताल आया था। इसके बाद मरीज की अस्पताल में ही मौत हो गई। हालांकि लोगों का कहना है कि उन्हें पता नहीं चला कि कुत्ता किसके साथ आया था। उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों में तो कुत्ता कुछ खा पी भी नहीं रहा था। हालांकि बाद में उसने बिस्किट खाना शुरू कर दिया।

राजेश ने बताया, कुत्ता उसी रैंप पर रहता है जिससे होकर शवों को ले जाया जाता है। यह शवगृह के गेट के पास ही है। शवों को निकालने के बाद दूसरे गेट से ले जाया जाता है। ऐसे में कुत्ता इस उम्मीद में बैठा होगा कि उसका मालिक वापस आएगा हालांकि शव को दूसरे गेट से बाहर निकाल दिया गया होगा। उन्होंने कहा कि कुत्ता कभी-कभी फिजियोथेरपी की बिल्डिंग के पास जाता है और फिर वापस वहीं आ जाता है। इसके अलावा वह अन्य कुत्तों के साथ भी नहीं घुलता मिलता है।

डॉक्टर की एक स्टाफ माया गोपालकृष्णन ने कहा कि कुत्ते को मछली और अंडे पसंद है। इसके अलावा वह चावल खाता है। हमें यह भी नहीं पता है कि कुत्ते का मालिक उसे क्या खिलाता था। माया ने कुत्ते का नाम रामू रख दिया है। डॉक्टरों ने बताया कि एक महिला ने कुत्ते को अडॉप्ट करने के लिए भी निवेदन किया है।

Mankhi Ki Kalam se

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