ठंडी हवाओं में सैर-सपाटे का प्लान बना रहे हैं तो लैंसडौन आपके लिए है बेस्ट डेस्टिनेशन

देहरादून। देशभर के स्कूलों में गर्मियो की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में हर व्यक्ति परिवार के साथ घूमने का प्लान बनाते हैं। ज्यादातर लोगों की पहली पसंद हिल स्टेशन होता है। बात करें उत्तराखंड तो यहां लोगों को मसूरी और नैनीताल बेहद पंसत आते हैं। हर साल बड़ी संख्या में लोग या घूमने आते हैं। यदि आप प्रकृति के बीच ठंडी हवाओं में सैर-सपाटे का प्लान बना रहे है, तो लैंसडौन आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन होगा। पहाड़ों की रानी यदि मसूरी को कहा जाता है, तो पहाड़ों का सहजादा नगर लैंसडौन है। देश में तेजी से उभरते पर्वतीय क्षेत्रों के पर्यटक स्थलों में लैंसडौन टाप-10 की रैंकिंग हासिल कर चुका है। यही कारण है कि अब लैंसडौन समेत निकटवर्ती क्षेत्रों में होटलों की भरमार हो गई है। बता दें की सुमद्रतल से 6250 फीट की ऊंचाई पर पर्यटन नगरी लैंसडौन उत्तराखंड के पौड़ी जनपद में स्थित है, जो दिल्ली से महज 280 किलोमीटर की दूरी पर है। आप छह से सात घंटे में लैंसडौन पहुंच जाएंगे। पर्यटन नगरी की एक विशेषता और है, वो यह नगर अन्य पर्यटक स्थलों की अपेक्षा सबसे सस्ता, स्वच्छ और ईको फ्रेंडली है। यहां सिर्फ दो दिन के ट्रिप में मात्र 2500 प्रति व्यक्ति खर्च कर लैंसडौन का आनंद ले सकते हैं।
कैसे पहुंचे लैंसडौन
आपको दिल्ली से लैंसडौन आने के लिए सबसे पहले कोटद्वार आना होगा। यहां आप ट्रेन और बस या अपने वाहन से भी आ सकते हैं।
रेल सेवा:- रेल से भी आप कोटद्वार पहुंच सकते हैं। दिल्ली से कोटद्वार के लिए सातों दिन सिद्धबली जन शताब्दी एक्सप्रेस (12038) चलती है। यह ट्रेन दिल्ली से सुबह सात बजे रवाना होती है और दोपहर एक बजकर 40 मिनट पर कोटद्वार पहुंचती है। वहीं, कोटद्वार से दिल्ली के लिए यह ट्रेन कोटद्वार से दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर चलती है और दिल्ली रात 10 बजकर 20 मिनट पर पहुंचती है। ट्रेन में 2ै का किराया भी मात्र 140 रुपये है, जबकि ब्ब् का किराया 460 रुपये है।
कोटद्वार से लैंसडौन:- कोटद्वार से लैंसडौन की दूरी 42 किलोमीटर है। आप यह सफर टैक्सी और परिवहन निगम की बस से पूरा कर सकते हैं। यहां तक का किराया 120 रुपये है। आप टैक्सी कैब बुक करवाने के साथ अपने वाहनों से भी आसानी से यहां पहुंच सकते है।
यहां एक हजार में मिल जाएगा होटल
आप लैंसडोन में होटल आनलाइन और आफलाइन दोनों तरह से बुक करा सकते हैं। आपको यहां होटल में नान एसी रूम मात्र एक हजार रुपये मिल जाएगा, जबकि एसी रूम के लिए कुछ ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। यहां गांधी चौक पर मयूर होटल, लक्ष्मी होटल और टूरिस्ट होटल आदि प्रमुख होटल हैं। वहीं, गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के यहां दो गेस्ट हाउस भी हैं।
लैंसडौन के टूरिस्ट स्पाट
भूल्ला लेख, दरबार सिंह संग्राहलय, टिप-इन-टाप, चर्च, संतोषी माता मंदिर, दुर्गा मंदिर, कालेश्वर महादेव, राठी प्वाइंट, ताड़केश्वर महादेव, के अलावा आप पर्यटन नगरी की माल रोड में भी सैर-सपाटे का आनंद ले सकते है। वहीं, सूर्याेदय व सूर्यास्त के विहंगम दृश्यों के लिए भी यह नगर अपनी अलग पहचान रखता है।
यहां कर सकते हैं एडवेंचर
नगर में साहसिक गतिविधियों में रूचि रखने वाले पर्यटकों के लिए लैंसडौन-जयहरीखाल, ताड़केश्वर, डेरियाखाल समेत कई ट्रैकिंग रूट भी मौजूद है। जबकि आल टेरेन व्हीकल एटीवी बाइक एटीवी भी सवारी भी यहां मौजूद है।
गढ़वाली भोज का ले सकते है आनंद
पर्यटन नगरी में मंडवे की रोटी, चेसू, फाडू, धबेड़े की सब्जी, भांग की चटनी, झोंगरे की खीर, का आनंद आप महज दो सो रुपये प्रति व्यक्ति थाली के हिसाब से ले सकते है। सदर बाजार स्थित नार्थन फ्लेवर में यहां गढ़वाली भोज के लजीज व्यंजन पर्यटकों की विशेष पसंद बने हुए है।