यमकेश्वर में महीनों से नहीं मिला लाइनमैन और मीटर रीडर को मानदेय,
यमकेश्वर : प्रदेश में नौकरिया ठेकेदारी व्यवस्था पर चल रही हैं, जिसका खामियाजा धरातल पर काम करने वाले मेहनत करने कर्मचारियों क़ो भुगतना पड रहा हैं। ऐसा हीं एक मामला यमकेश्वर आया हैं जिसमें विद्युत विभाग में ठेकेदार के अधीन जान जोखिम में डालकर धरातल पर काम करने वाले लाईन मैंन और मीटर रीडिंग करने वाले क़ो लगभग 8 महीनों से मानदेय नहीं मिला हैं, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हों गया हैं।
इन कर्मचारियों ने बताया की वह हमेशा अपना कार्य समय पर करते हैं, जब कभी भी विद्युत व्यवस्था में कहीं कोई समस्या आ जाती हैं तो वह उसकी मरम्मत कर देते हैं, किन्तु उसके बाद भी ठेकेदार के द्वारा उन्हें समय पर मानदेय नहीं मिलता हैं। वैसे हीं यमकेश्वर में आये दिन बिजली बाधित रहती हैं, बारिश होते हीं पूरा क्षेत्र अंधेरे के साये में आ जाता हैं। यहीं कर्मचारी तब लाइनो की मरम्मत करते हैं और जान जोखिम में डालकर बिजली के खम्बो में चढ़ते हैं। कार्यरत लाईन मैंन कर्मचारियों का का कहना है की एक तो मानदेय कम है और वह भी समय से नहीं मिल पाता है, लाईन मैंन दीपाल नेगी का कहना है की हमको लगभग 7-8माह का भुगतान नहीं हुआ है। दीपाल, चन्द्रमोहन , अरबिन्द बिष्ट, अनुप ,भारत रोतेला ,भारत, महेन्द्र, ऋषिराम बडोला, बचन ,लालसिंह, सन्तोष,आदि ने माँग की है की जल्दी उनका मानदेय भुगतान किया जाये नहीं तो वेतन नहीं तो काम नहीं होगा।
वहीँ इस सम्बन्ध में उपखण्ड कस्याली क्षेत्र का कार्य देख रहे ठेकेदार दिनेश पयाल का कहना हैं की सभी कर्मचारियों क़ो माह नवम्बर 2022 तक का भुगतान कर दिया गया है। साथ हीं उन्होने कहा की उनका विभागीय अनुबंध जनवरी 2023 में समाप्त हों गया है, शेष माह दिसम्बर और जनवरी तक का भुगतान कर्मचारियों क़ो कर दिया जायेगा।