साहित्य January 10, 2023 Mankhi Ki Kalam se जीत -हार त्रिलोक और रमेश दोनों पड़ौसी है, लेकिन दलगत राजनीति में दोनों की विचारधारा एक नदी के दो तीर है, जब Read More
साहित्य April 23, 2022 Mankhi Ki Kalam se कन जमन (गढविळ कविता मनखी कलम बिटी ) कन जमन अयूं, सब्बी समझणा अर बिगंणा कर्म अफी कना छवां, दोष हैंक तै दीणा। मूल निवास गॉव बणे कन Read More