यमकेश्वरः सोशल मीडिया में समर्थकों द्वारा वाहवाही लूटने के चक्कर में विधायक की हो रही है किरकरी,
यमकेश्वरः सोशल मीडिया में समर्थकों ने वाहवाही लूटने के लिए यमकेश्वर उदय के पत्र तो डाल दिये लेकिन डालने से पहले यह नहीं सोचा कि यह पत्र कितना सही हैं। पत्र यदि विभाग तक ही सीमित रहते तो इतनी किरकरी नहीं होती। सोशल मीडिया में से प्राप्त पत्र में भी इसी तरह की त्रुटि गोचर हो रहे हैं, कि विभाग कोई और है, और पत्र का विषय कुछ और है। इसी तरह से काम लोकनिर्माण विभाग से संबंधित है, लेकिन पत्र जल संस्थान कोटद्वार को प्रेषित हैं।
हालांकि पत्रों को गौर से देखने यह प्रतीत होता है कि यह प्रथम दृष्टया कट कॉपी पेस्ट और टाईपिंग त्रुटि का मामला है, किंतु लापरवाही की श्रेणी में आता है। हालांकि विभाग को भेजे जाने वाले इस तरह के पत्र गोपनीय होते हैं, यदि पत्र विभाग तक ही जाते तो उसमें संशोधन होकर मामला रूक जाता। लेकिन प्रंशसक विधायक के सामने अपनी छवि को बरकरार रखने और खुश करने के लिए जनता के सामने वाहवाही लूटने के लिए पत्रों को बिना पढे ही और बिना सोचे समझे ही जल्दीबाजी में सोशल मीडिया में वायरल कर देते हैं, और विपक्ष को खुले आम बोलने का और आलोचना करने अवसर स्वतः ही देते हैं। प्रशंसको की इस लापरवाही के कारण इन पत्रों को लेकर जहॉ विधायक के कार्यो की प्रशंसा होनी थी वहीं सोशल मीडिया में किरकरी हो रही है।
इस संबंध में विधायक रेनू बिष्ट का कहना है कि विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से संबंधित लगभग 07 हजार से अधिक पत्र विभिन्न विभागों को प्रेषित किये गये हैं, जिसमें कुछ पत्रों में टाईपिंग त्रुटि हो गयी है, बाद में इन सब पत्रों में सुधार कर दोबारा प्रेषित कर दिये हैं। साथ ही जिन पत्रों में इस तरह की त्रुटियॉ सामने आई हैं उनकी जॉच कर संशोधन करने के बाद संबंधित विभागों को प्रेषित किया जा रहा है।