उत्तराखंडयमकेश्वर

यमकेश्वर: लम्पी नामक वायरस से मवेशियों की मौत का बढ रहा है ऑकड़ा, पशुपालकों की बढ रही है चिंता

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यमकेश्वर:  मवेशियों में होने वाले लम्पी वायरस ने पशुपालकों की चिंता बढा दी है, ग्रामीण क्षेत्रों में इस बीमारी से कई मवेशी चपेट में आ गये हैं, जिससे काश्तकारों की चिंता बढ गयी है। यमकेश्वर क्षेत्र के दूर दराज गॉवों में लोग परेशान हैं, क्यांंकि वहॉ पर पशुओं को समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण मवेशी दम तोड़ रहे हैं।
जानकारी मुताबिक यमकेश्वर के आस पास पूरा क्षेत्र प्रभावित हो गया है, जिससे पशुपालकों में चिंता व्याप्त है। मवेशियों में लम्पी वायरस से पूरे शरीर पर लाल लाल दाने हो रहे हैं, और फिर बुखार आ रहा है, मवेशी घास खाना छोड़ रहे हैं।

       यमकेश्वर की तालघाटी में ग्राम घोरगड्डी में भारत सिंह रावत की गाय ने दम तोड़ दिया है, वहीं आज सुबह ही रघुवीर सिंह रावत, ग्राम तलाई, सुरेन्द्र सिंह कैन्तुरा, ताल बॉदणी के मवेशी भी इस वायरस के चपेट में आने से दम तोड़ चुका है। वहीं दिवोगी ग्राम सभा में संजय कण्डवाल का बैल भी इस वायरस से पीड़ित है, जबकि सोहन सिंह रावत, राजेश रावत आदि के मवेशी भी इस वायरस से पीड़ित पाये गये। क्षेत्रीय पशुपालक मोहन सिंह बिष्ट, अरविंद सिंह बिष्ट दरवान सिंह चौहान, सुखवीर सिंह बिष्ट, संजय कण्डवाल, राजेश रावत, दिनेश रावत आदि का कहना है कि यदि पशुओं को समय पर इलाज नहीं मिल पायेगा तो उन्हें पशु हानि हो सकती है, हम लोगों के लिए तो यह जीवन का आधार है।

          क्षेत्र में तैनात पशु चिकित्सकों, का कहना है कि जिस जगह से उन्हें जानकारी मिल रही है, वहॉ वह जाकर मवेशियों का इलाज कर रहे हैं, साथ ही जिन क्षेत्रों में इसका असर कम है, वहॉ पर दवाईयां उपलब्ध करायी जा रही हैं, अभी लंपी वायरस का प्रभाव क्षेत्र में देखने को मिल रहा है, लेकिन इसके नियन्त्रण के लिए पूरे प्रयास किये जा रहे हैं।

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