11 हजार फीट की ऊंचाई पर जनसेवा में जुटा एक योद्धा, बारिश-बर्फबारी के बीच व्यवस्था बनाने में जुटे रहे अजेंद्र अजय

देहरादून । संभवतः यह पहली बार हुआ है कि जब बीकेटीसी का कोई अध्यक्ष इतने दिन केदारनाथ में डेरा डाले रहा हो। वरना अधिकांश अध्यक्ष केदारनाथ में कम ही ठहरते हैं। केदारनाथ की ऊंचाई समुद्रतल से लगभग साढे़ 11 हजार फीट है। वहां विषम मौसम रहता है। कभी बारिश तो कभी बर्फबारी। इस बार केदारनाथ में रिकार्ड तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। बीकेटीसी के अध्यक्ष के तौर पर अजेंद्र अजय ने अपनी जिम्मेदारियोंको समझा और वह वहां व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। एक कर्मठ, जुझारू और समर्पण भाव से यात्रियों के लिए सुचारु व्यवस्थाएं जुटाने में दिन-रात रहे। ऐसे में कई बार बारिश में भीगे तो बर्फ की फुहारों से भी दो-चार हुए। तय था कि तबीयत बिगड़नी थी। सांस लेने में दिक्कत बढ़ती चली गई, केदारनाथ से हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी लाये गए। जहां चिकित्सकों की निगरानी में इलाज शुरू हुआ। उनकी फेसबुक पोस्ट के जरिये मालूम हुआ कि अब वह थोड़ा बेहतर महसूस कर रहें हैं।
अजेंद्र अजय की कर्मशीलता आज के नेताओं के लिए एक सबक या प्रेरणा है कि यदि जिम्मेदारी मिली है तो उसका निर्वहन भी ईमानदारी से होना चाहिए। अजेंद्र एक योद्धा हैं और स्वस्थ होकर फिर एक अपने कर्तव्य का निर्वहन करने मैदान में लौटें आये हैं।