उत्तराखंड में चारधाम तीर्थयात्रियों को मिलेगा 1 लाख का दुर्घटना बीमा कवर, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की संस्था ने की घोषणा

उत्तराखंड में चारधाम तीर्थयात्रियों को मिलेगा 1 लाख का दुर्घटना बीमा कवर, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की संस्था ने की घोषणा
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देहरादून। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में किसी भी दुर्घटना का शिकार होने पर चार धाम यात्रा के तीर्थयात्रियों को 1 लाख का बीमा कवरेज दिया जाएगा। इसकी घोषणा उत्तराखंड के पर्यटन और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज द्वारा स्थापित आध्यात्मिक संस्था मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने घोषणा की है।

उत्तराखंड के मंत्री ने कहा कि दुर्घटना की स्थिति में चार धाम तीर्थयात्रियों को बीमा कवरेज उनके पिता हंस जी महाराज और माता राज राजेश्वरी जी की पवित्र स्मृति में प्रदान किया जा रहा है। केदारनाथ-बद्रीनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मंत्री और मानव उत्थान सेवा समिति का आभार व्यक्त किया है। 3 मई को चार धाम यात्रा की शुरुआत के बाद से अब तक 110 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत मुख्य रूप से विभिन्न बीमारियों के कारण हुई है।

उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक (डीजी) शैलजा भट्ट ने रिपोर्ट की गई मौतों के पीछे प्राथमिक कारण श्दिल का दौराश् बताया था। अधिकारियों ने चारधाम यात्रा मार्ग पर 169 डॉक्टरों की अतिरिक्त तैनाती की भी जानकारी दी थी।

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार रविवार (12 जून) को 19 लाख से अधिक भक्तों ने चार धाम यात्रा की, जिसमें से कुल 19,04,253 (उन्नीस लाख चार हजार दो सौ तिरपन) तीर्थयात्री उत्तराखंड चारधाम पहुंचे थे। 8 मई से 11 जून की शाम तक 6,57,547 तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे थे, जबकि 6 मई से 11 जून की शाम तक 6,33,548 तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंचे थे।

उत्तराखंड सरकार ने 11 मई को यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ में तीर्थयात्रियों की संख्या में 1,000-1,000 की वृद्धि करने के अपने निर्णय की घोषणा की थी। 16,000 श्रद्धालु अब बद्रीनाथ जा सकते हैं और 13,000 एक दिन में केदारनाथ धाम में देवता के श्दर्शनश् कर सकते हैं, जबकि एक दिन में क्रमशः 8,000 और 5,000 तीर्थयात्री गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन कर सकते हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 3 मई को और केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट क्रमशरू 6 मई और 8 मई को खोले गए1 इस साल, यात्रा के लिए पंजीकरण ने एक नया रिकॉर्ड भी देखा है, क्योंकि 10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है।

Mankhi Ki Kalam se

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