उत्तराखंड

6 साल बाद निकली थी जेई भर्ती परीक्षा, हुई निरस्त, 30 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को लगा बड़ा झटका

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हरिद्वार। राज्य लोक सेवा आयोग ने 2021 में छह साल बाद कनिष्ठ अभियंता (जेई) परीक्षा की भर्ती निकाली थी। लंबे अंतराल के बाद निकली भर्ती को लेकर युवाओं में खासा उत्साह था। 30 हजार से अधिक अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हुए थे। लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार की तैयारियों में जुटे अभ्यर्थियों को अब परीक्षा के रद होने से झटका लगा है। बताते चलें कि इससे पहले आयोग ने 2015 में जेई की भर्ती निकाली थी।

शासन से राज्य लोक सेवा आयोग को आरईएस, सिंचाई, पंचायती राज, लघु सिंचाई, लोनिवि, ऊर्जा और आवास विभागों के कनिष्ठ अभियंताओं की सीधी भर्ती के लिए अधियाचन प्राप्त हुआ था। जिस पर आयोग ने जेई के 735 पदों के लिए 2021 में भर्ती निकाली थी। 26 नवंबर 2021 से 17 दिसंबर 2021 तक परीक्षा के फार्म भरे गए थे। सात से दस मई 2022 तक जेई की परीक्षा करायी गयी थी। 31 अगस्त 2022 को परिणाम जारी किया गया था। लिखित परीक्षा में 3853 अभ्यर्थी सफल हुए थे।

आयोग की ओर से सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन आयोग की पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले की जांच के दौरान इस परीक्षा के भी सवालों के घेरे में आने से 3853 अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका था। परीक्षा के रद होने संबंधी आशंकाओं पर आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने एसआइटी जांच की विस्तृत रिपोर्ट मिलने और इससे संबंधित बैठक के निष्कर्षों के आधार पर ही परीक्षा के भविष्य को लेकर अंतिम निर्णय लिए जाने की बात कही थी।

बहरहाल आयोग ने एसआइटी जांच और कुछ अभ्यर्थियों के अनुचित साधनों से परीक्षा देने की पुष्टि बाद इस परीक्षा को निरस्त कर दिया। परीक्षा रद होने से अभ्यर्थियों में मायूसी है। वजह राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से 2015 के बाद सीधे 2021 में यानी छह साल बाद भर्ती निकाली गई थी।

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